बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद के द्वारा मण्डल कारा में नशीले पदार्थो के दुरूप्योग एवं नशीली दवाओं के खतरे से सम्बन्धित विषय पर कारा में संसीमित कैदियों के बीच जागरूकता और संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें जेल अधीक्षक सुजीत कुमार झा, उक्त विषय के विशेषज्ञ चिकित्सक कुमार महेन्द्र प्रताप सिंह, कारा भ्रमण अधिवक्ता गजेन्द्र पाठक एवं निवेदिता कुमारी ने भाग लिया कार्यक्रम में कारा भ्रमण अधिवक्ताओं ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार योजना, नशीले पदार्थो के दुरूप्योग के लिए कानूनी सेवाऐं और नशीली दवाओं के खतरे का उन्मूलन कितना आवष्यक है तथा कानूनी दृष्टिकोण में उक्त नशीली पदार्थो के सेवन, रखना तथा व्यापार इत्यादि विषयय पर विस्तृत जानकारी कैदियों को दिया गया तथा उन्हें यह बताया गया कि उक्त पदार्थो का उपयोग जाने-अंजाने लोग करते हैं, और इसका कई घातक परिणामों में न सिर्फ जान का खतरा बना रहता है बल्कि कानून के नजर में अपराधी हो जाते हैं, और उन्हें सजा भी हो सकती है। वहीं कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विषेषज्ञ चिकित्सक कुमार महेन्द्र प्रताप सिंह ने बंदियों को सभी प्रकार के व्यसन पदार्थो से होने वाले स्वास्थ्य समस्याओं पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि नशीले पदार्थो का सेवन से जान का खतरा तो बना ही रहता है।
किसी प्रकार का नशा का सेवन करने वाले व्यक्ति को धीरे-धीरे करके मौत के मुंह में धकेलता रहता है और लोग जाने-अंजाने में नशीली दवाओं का सेवन करते रहते हैं। मानव शरीर पर नशीली दवाओं के उपयोग से उसकी प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो जाती है जिसका प्रभाव सीधे उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। उन्होंने आगे बताया गया नषीली दवाओं का निर्माण स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के ईलाज हेतु किया जाता है जो बिना चिकित्सक के परामर्श और लिखित पर्चा के देना एवं बेचना, एवं सेवन करना गैर कानूनी है, और इसके लिए कानून में कई प्रावधान किये गये हैं।
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीsश सह प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर द्वारा बताया गया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा इससे सम्बन्धित जन-जागृति लाने के उद्देष्य से जल्द ही नशीले पदार्थो के दुरूप्योग के लिए कानूनी सेवाऐं और नशीली दवाओं के खतरे का उन्मूलन से सम्बन्धित विषय पर सम्बन्धित अनुमण्डलीय कारा, दाउदनगर में जागरूकता एवं संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित करेगा।